श्रावण मास और मुहर्रम के पर्व को देखते हुए शांति समिति की बैठक हुई आयोजित
*कमेटी के साथ बैठक में दिए गए जरूरी दिशा निर्देश*
*ताज़िए भ्रमण के दौरान 100 वालिंटियर तैनात करने के दिए गए निर्देश*
श्रावण मास और मुहर्रम के पर्व को देखते हुए एटा जिले के जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल के निर्देशन पर अलीगंज कोतवाली में उपजिलाधिकारी वेद प्रिय आर्य की और डिप्टी एस पी सुधांशु शेखर की मौजूदगी शांति समिति की बैठक सम्पन्न हुई ।बैठक के दौरान महत्त्वपूर्ण विंदुओ पर गहनता से चर्चा की गई।बैठक के दौरान ताजिया कमेटी के सदस्यों सहित कस्बे के तमाम गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।बैठक के दौरान अधिकारियों ने कड़े दिशा निर्देश देते हुए।सुरक्षा व्यवस्था,साफ सफाई,विद्युत व्यवस्था,रूट निर्धारण,ताजियों की ऊंचाई,भ्रमण के दौरान वालिंटियर की तैनाती संबंधी तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई।पूर्व में हुई समस्याओं और परेशानियों से कैसे निपटा जाए इस पर भी चर्चा की गई।बैठक संपन्न होने के बाद उपजिलाधिकारी वेद प्रिय आर्य ने बताया कस्बे में बड़े ही धूम धाम के साथ गंगा जमुनी तहजीब से शांति पूर्ण तरीके से मुहर्रम का पर्व मनाया जाता रहा है।आज इसी संदर्भ में ताजिया कमेटी और कस्बे के गणमान्य लोगों के साथ बैठक आहूत कर चर्चा की गई है।बैठक के दौरान महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए हैं।जिनमे ताजियों की ऊंचाई 17 फूट तक निर्धारित की गई है।कमेटी को 100 जिम्मेदार वालिंटियर तैनात करने को कहा गया है।जिनके पहचान पत्र भी जारी किए जाएंगे । रही बात विद्युत व्यवस्था की तो ताजियों के भ्रमण के दौरान विद्युत विभाग के सामने कठिन परीक्षा की घणी है।क्योंकि एक तरफ उमस भरी भीषण गर्मी,जर्जर तारों के बीच मुहर्रम का पर्व है इसे में विद्युत विभाग की टीमें तैनात की जाएंगी।जिस तरफ से ताज़िए भ्रमण करेंगे उसी ओर की विद्युत आपूर्ति को ठप किया जाएगा।बाकी जगह विद्युत सप्लाई सुचारू रूप से दी जाएगी ।ताज़िए देखने के लिए आज पास के क्षेत्र से भी लोग एकत्रित होते हैं।इसे में सुरक्षा व्यवस्था की भी प्रशासन की जिम्मेदारी है।सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त फोर्स की भी तैनाती की जाएगी। मुस्लिम नेता सऊद अली खां उर्फ जुनेद मियां ने बताया की उपजिलाधिकारी , सीओ और थाना प्रभारी के सानिध्य में बैठक आयोजित की गई थी सभी ताजियेदारों को आमंत्रित किया गया था। अलीगंज कस्बे में ऐतिहासिक तरीके से मोहर्रम मनाया जाता है भीड़ की तादाद भी अत्यधिक होती है ऐसे में प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती होती है। हम लोगों की समस्याओं को प्रशासन के अधिकारियों ने चुना है और उनके निस्तारण का हरसंभव विश्वास दिलाया है। प्रशासन के सहयोग से शांतिपूर्ण तरीके से मोहर्रम का पर्व मनाया जाता रहा है और इस बार भी मनाया जाएगा।


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