मंडी समिति परिसर हाथरस स्थित खाद्य एवं रसद विभाग के विपणन शाखा द्वारा संचालित बाजार क्रय केंद्र में खरीद प्रक्रिया का स्थलीय निरीक्षण कर जिलाधिकारी अतुल वत्स ने बाजरा की गुणवत्ता एवं टोकन व्यवस्था को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
स्थीलीय निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मंडी में उपस्थित किसानों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं व सुझावों को सुना और व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी की। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि बाजरा खरीद में काफी समय लग रहा है, ट्राली को खाली होने में कई कई दिन लग जाते हैं। कुछ किसानों द्वारा जारी किए गए टोकन के संबंध में बताया कि 7 से 8 दिन पूर्व टोकन दिया गया था पर अभी तक बाजरे की तौल नहीं हुई है। जिलाधिकारी ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को प्रतिदिन मंडी में बाजरा बिक्री हेतु आ रहे किसानों को सीरियलवार टोकन दिए जाने और बाजरा की खरीद टोकन के आधार पर करने एवं केंद्र पर बाजरा खरीद हेतु तैयार की गई पंजिका पर दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने बिक्री हेतु केन्द्र पर खड़ी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रखें बाजरे, तौल किए जा रहे बाजरा के अलावा केंद्र पर तौल के उपरान्त बोरियो में रखे बाजरे की गुणवत्ता सुनिश्चित किए जाने हेतु निकलवाकर सत्यापन किया, जिसमें पाया गया कि गुणवत्ता सही नहीं है, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए बोरों को सील करने एवं साथ ही उप जिलाधिकारी सदर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। तैनात विपणन निरीक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र पर बोरों की उपलब्धता, बाजरा की आवक, भुगतान प्रक्रिया और किसानों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। केन्द्र पर प्रकाश के उचित प्रबंध न होने, तौल स्थल पर सीसीटीवी कैमरा न लगे होने के अलावा शीतलहर के दृष्टि से मौके पर अलाव का प्रबंध न होने पर जिलाधिकारी ने केंद्र पर आवश्यक मूलभूत सुविधाओं के साथ ही अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। तौल में अत्यधिक समय लगने से जिलाधिकारी ने खाद्य विपणन अधिकारी को तत्काल प्रभाव से अतिरिक्त व्यवस्थाओं के अलावा अधिक संख्या में श्रमिकों को लगाने के साथ ही कर्मचारियों को लगवाने के निर्देश दिए, ताकि तौल तेजी से हो सके और किसानों को प्रतीक्षा न करनी पड़े। उन्होंने खरीद प्रक्रिया को और पारदर्शी व सुगम बनाने हेतु निर्देशित किया। इससे अनावश्यक भीड़ व प्रतीक्षा समय दोनों में कमी आएगी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि मंडी परिसर में बिचौलियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि खरीद केंद्रों पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलें, इसके लिए प्रतिदिन समीक्षा करते हुए किसी भी प्रकार की शिकायत पर त्वरित समाधान किया जाए।
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