एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स के तत्वावधान में मानव अधिकार दिवस के अवसर पर मानव अधिकार जागरुकता सम्मेलन का आयोजन

हाथरस। 

      एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स के तत्वावधान में मानव अधिकार दिवस के अवसर पर मानव अधिकार जागरुकता सम्मेलन का आयोजन प्रेमरघु मेडिकल कॉलेज में आयोजित किया गया। अतिथियों ने माँ  सरस्वती के छवि चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया। 

  एडीएचआर राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वार्ष्णेय ने सम्मेलन की रूपरेखा रखते हुए कहा कि मानव अधिकार हमारी रोजमर्रा की अनिवार्यताएं जो इस बात पर बल देती हैं कि समानता, न्याय और स्वतंत्रता जैसे मानवाधिकार हमारे जीवन के लिए कितने महत्वपूर्ण है और यह हमारे दैनिक जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं। 

 नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता चौधरी ने कहा कि मानव अधिकार हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मानव अधिकार इसके प्रति जो नागरिक जागरूक है, वह अपने न्याय की लडाई लडने के साथ साथ समाज में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अधिकारों की पूर्ति कर्तव्यों से ही सम्भव है। एडीएचआर मानव अधिकारों की जागरूकता जनजन की जागरूकता बना रही है । 

 मुख्य वक्ता राजपुर प्रधान प्रियंका तिवारी ने कहा कि संविधान हमें सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार, समानता का अधिकार, विचार अभिव्यक्ति और आंदोलन की स्वतंत्रता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार जैसे महत्वपूर्ण अधिकार प्रदान करता है। इन अधिकारों की प्राप्ति के लिए व्यक्ति के कर्तव्य उससे भी महत्वपूर्ण बन जाते हैं । एडीएचआर द्वारा समय-समय पर बहुत ही जानकारी प्रदत्त कार्यक्रमों के माध्यम से आम लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने का कार्य कर रही है। 

  रिटायर्ड आईपीएस आदित्य वर्मा ने कहा की सरकारों ने कानून बहुत अच्छे-अच्छे बनाए हैं लेकिन उनका जमीनी स्तर पर अनुपालन कितना कारगर सिद्ध होता है। यह आम नागरिक की जागरूकता से ही संभव हो पाता है। देश प्रत्येक नागरिक के सहयोग से ही विश्व की आर्थिक, सामाजिक शक्ति बनता है। एडीएचआर मानव अधिकार व सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो से आम आदमी के लिए कार्य कर रही है। 

अध्यक्षीय उद्बोधन  में डॉ. पी.पी.सिंह ने कहा के एडीएचआर के माध्यम से सैकड़ो लोगों को न्याय मिला है और सामाजिक कार्यों से लोगों की जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आया है। सम्मेलन में पधारे सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करता हूं। 

  राष्ट्रीय प्रवक्ता देवेंद्र गोयल, अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ सोनल अग्रवाल ने कहा कि आज का दिवस केवल एक दिन के रूप में व्यतीत ना हो यहां से हमें संकल्प लेकर जाना चाहिए जिससे कि राष्ट्र हित में अच्छे-अच्छे कार्य कर सके।

   छात्र-छात्रा लक्ष्य, खुशी, नवनीत चौहान, जीतू,प्रिया शर्मा, अमित चौधरी ने नाटक के माध्यम से संवैधानिक अधिकारों की रूपरेखा को प्रस्तुत किया। 

खलीक रहमान, अविनाश शर्मा, गरिमा पाण्डेय, अनुभव शर्मा, अंजली, नरवटी पंचकुला, आदि ने मानव अधिकारों की व्याख्यान रखी। 

सम्मेलन में पूजा वार्ष्णेय,कविता गोयल, आशू वार्ष्णेय, सीमा गर्ग,नेहा अग्रवाल, शैलेंद्र सांवलिया, कमलकांत दोबरावाल,अनिल अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, रवि गुप्ता, राजेश वार्ष्णेय, अमित गर्ग, केशवदेव अरोड़ा आदि सैकड़ों छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।



@samachar24news

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