कर्मयोग सेवा संघ ने फिल्म आदि पुरुष का पुतला फूंक कर जताया विरोध
सिकंदराराऊअसत्य पर सत्य की विजय, अन्याय पर न्याय की विजय, अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतीक विजयादशमी के अवसर पर बॉलीवुड का बहिष्कार करते हुए आदिपुरुष फ़िल्म का कर्मयोग सेवा संघ द्वारा नगर के पंत चौराहे पर पुतला जलाया गया।कर्मयोग सेवा संघ के अध्यक्ष विवेकशील राघव ने कहा कि बॉलीवुड ने हिन्दुओं का तमाशा बना रखा है, आये दिन ऐसी फ़िल्में बनाई जाती है जिससे हिन्दुओं की भावनाएँ आहत हो। अभी एक ऐसी ही फ़िल्म बनाई गई है आदिपुरुष, जिसमें हमारे रामायण के चरित्रों को विकृत करके दिखाया गया है। रावण, हनुमान जी को ऐसे चित्रित किया है जैसे कोई आक्रांता महमूद गजनवी या मौलाना हो। बॉलीवुड द्वारा हमारे धार्मिक चरित्रों का जिस तरह इस्लामीकरण करते हुए मजाक बनाया जा गया है उसे हम किसी भी प्रकार बर्दास्त नहीं करेंगे।
इस अवसर पर कर्मयोग सेवा संघ के महामंत्री प्रवल प्रताप सिंह ने बताया कि भारतीय संस्कृति के विरुद्ध कार्य करना ही सदैव बॉलीवुड की प्रवृति रही है। जो निर्माता निर्देशक भारतीय संस्कृति के विरुद्ध कार्य कर रहे है उनका पूर्ण बहिष्कार ही उनका इलाज है। कर्मयोग सेवा संघ आदिपुरुष जैसी हिंदू विरोधी फिल्मों को सरकार से प्रतिबंधित करने की मांग करता है।
इस अवसर पर शिवदत्त उपाध्याय, मुकेश राजपूत, विनय पचौरी, उमेश शर्मा, सनी गौतम, दिनेश जादौन, रमेश पुंढीर, अजय वर्मा, भोला यादव, नीरज वैश्य, सोमेन्द्र सिंह, नीरज अग्रवाल, आकाश पुंढीर आदि उपस्थित रहे।



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