स्थानीय रेलवे मार्ग पर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में गीता जयंती महोत्सव एवं गणितज्ञ रामानुजन की जयंती पर गणित मेले का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर डाॅ अन्नपूर्णा राष्ट्रीय सचिव हिंदू महासभा, मुख्य वक्ता होड़िल सिंह प्रदेश निरीक्षक भारतीय शिक्षा समिति ब्रज प्रदेश, कार्यक्रम अध्यक्ष राजेंद्र मोहन सक्सैना ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।
मुख्य अतिथि ने कहा कि गीता मानव जीवन को सुव्यस्थित एवं सुगम बनाने का मार्ग दिखाता है। सभी को गीता का अध्ययन करके व्यवहारिक जीवन में अपनाना चाहिए । सभी भैया बहन अर्जुन की भूमिका में है तथा कृष्ण की भूमिका में समस्त आचार्य समाज है। अर्जुन की भांति छात्रों को जिज्ञासु रहना चाहिए। अपने मन में उठने वाले प्रश्नों को अपने शिक्षक के समक्ष रखना चाहिए। शिक्षक को छात्रों के जिज्ञासा का समाधान करना चाहिए। विद्या भारती विद्यालय में ही भारतीय संस्कृति आधारित शिक्षा दी जाती है। हमें अपनी आध्यात्मिक शक्ति को विकसित करनी चाहिए। भगवान श्री कृष्ण ने गीता में तीन बात कही है मुख्य रूप से ज्ञान योग कर्म योग एवं भक्ति योग । सही गलत की समझ ज्ञान के माध्यम से होती है। जब व्यक्ति का ज्ञान परिपक्व होता है तो उसकी प्रवृत्ति कर्म में होती है और कर्म में परिवर्तन होने पर व्यक्ति स्वयं भक्तिमय हो जाता है। हमें भगवान श्री कृष्ण के कथन को ध्यान से तथा व्यावहारिक रूप में अपनाते हुए कर्मण्येवाधिकारस्ते मा भलेषु कदाचन का अनुगामी बनना चाहिए ।
मुख्य वक्ता ने कहा कि विद्या भारती का लक्ष्य हैं राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना जो युवा पीढ़ी हिंदूत्वनिष्ठ तथा राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोतों हो। जिससे बालक का शारीरिक प्राणिक मानसिक बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो जो जीवन की वर्तमान समय में आने वाली चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक करें तथा समाज के शोषण वंचित आशाएं निर्धन आदि को आदि को अन्य से मुक्त कराकर उनके जीवन को सुसंस्कृत एवं सुसंस्कारित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व्यक्ति निर्माण का कार्य करता है उसे अच्छे संस्कारों में ढालने का कार्य संघ की शाखा के माध्यम से होता है । संपूर्ण समाज शाखा में आना संभव नहीं होता । इसलिए विद्या भारती का बीजारोपण सन 1952 में गोरखपुर से प्रारंभ हुआ ।आज विद्या भारती संपूर्ण भारतवर्ष में गैर सरकारी संगठन शिक्षा के क्षेत्र में सबसे बड़ा है। जिसके 10 लाख पूर्व छात्र विद्या भारती की पोर्टल पर पंजीकृत है । विश्व में सबसे बड़ा संगठन शिक्षा के क्षेत्र में है।
गणितज्ञ रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में भैया बहनों के द्वारा गणित के प्रदर्श लगाए गए। भैया बहनों ने गणित के मॉडलों को सुंदर रूप से बनाए तथा उनका प्रस्तुतीकरण कर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया ।
इस अवसर पर डॉ अशोक पांडेय, विनोद कुमार गुप्ता प्रबंधक, गिरीश पाल सिंह प्रधानाचार्य ,सुभाष कुमार, विनीत कुमार माहेश्वरी ,अरुण कुमार माहेश्वरी ,डॉ शरद माहेश्वरी आदि उपस्थित रहे।
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